जालना के अमित होटल में हूई मीटिंग के चुनिन्दा पॉइंट्स.
१ लीडर की गति पर टीम की गति निर्भर होती है.
२ प्रशिक्षण बहूतही जरुरी है.
३ जो करेगा, मुश्किलें सिर्फ उसी को आएगी.
४ जिधर बिज़नस बढेगा उधर बढ़ने दो.
५ आउट ऑफ़ टाउन काम करें.
६ ९९ % लोग खुद होकर ज्वाइन नहीं करेंगे. धक्का देना पड़ेगा.
७ नेटवर्क बढेगा तो बिज़नस बढेगा. तभी पैसा आएगा.
८ प्लान के लिए टाइम लेकर जाओ.
९ लिस्ट आपका भांडवल है.
१० जो जोइनिंग करना chahta है तो date aur टाइम fix le lo.
11 fast closing karne की aadat dalo.
Tuesday, December 14, 2010
Tuesday, September 7, 2010
इक विचार,
नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नस में मेरे ऊपर वाले व्यक्ति को मेरा फायदा होता है, इसलिए मै नहीं करूँगा.
क्या आपको पता है, की बड़ी बड़ी कंपनिया, फिर नाम कोई भी हो, इनकी नजर में आपकी फॅमिली एक यूनिट है.
२०० साल से एक एक्स वाई जेड कंपनी मार्केट में है, उस कंपनी के मालिक की आठवी पीढ़ी आपसे हर महीने ५०० रुपये निकाल लेती है, इस बात से आपको कोई परेशानी नहीं है, लेकिन आपका इक भाई बंधू आपके सामने एक बिज़नस अपोर्चुनिटी लेकर आया है, उसे कुछ फायदा न हो जाये इस बात से आपको परेशानी है.
नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नस में मेरे ऊपर वाले व्यक्ति को मेरा फायदा होता है, इसलिए मै नहीं करूँगा.
क्या आपको पता है, की बड़ी बड़ी कंपनिया, फिर नाम कोई भी हो, इनकी नजर में आपकी फॅमिली एक यूनिट है.
२०० साल से एक एक्स वाई जेड कंपनी मार्केट में है, उस कंपनी के मालिक की आठवी पीढ़ी आपसे हर महीने ५०० रुपये निकाल लेती है, इस बात से आपको कोई परेशानी नहीं है, लेकिन आपका इक भाई बंधू आपके सामने एक बिज़नस अपोर्चुनिटी लेकर आया है, उसे कुछ फायदा न हो जाये इस बात से आपको परेशानी है.
Sunday, September 5, 2010
आप आर सी एम ज्वाइन नहीं करना चाहते............ क्यों?
१ आपको शायद डर लगता है, असफलता से.
लेकिन जरा सोचिये, दुनिया में बड़ी बड़ी सफलताये सिर्फ उन्ही लोगो को मिली जो ज्यादा से ज्यादा बार असफल हुए.
२ आपको शायद डर लगता है, कंपनी बंद हो गई तो?
लेकिन जरा सोचिये, आप आज जहाँ बैठे है, ५०० साल पहेले वहा जंगल था, और ५०० साल के बाद क्या होगा ये कोई नहीं जानता.
इस दुनिया में कोई भी भौतिक चीज शास्वत नहीं है.
इस डर का एक ही इलाज है, विश्वास, और वो ज्वाइन किये बिना नहीं आ सकता.
३ आपको शायद डर लगता है, मेरा बिज़नस नहीं चला तो?
लेकिन जरा सोचिये, आप जैसे नहीं चला तो? सोचते हो, वैसे सोचो अगर, चला तो?
और अगर नहीं भी चला तो, मेरे ख्याल से आपका आर्थिक नुकसान तो कुछ भी नहीं है, रही आपके सपनो की बात, तो वो आपकी खुदकी जिम्मेदारी है. आपके सपने आपका पडोसी कभी पूरा नहीं करेगा.
चौथा डर......चेन?......मेम्बर?......... अरे नहीं ये डर नहीं है, जो आपको ज्वाइन नहीं करने दे रहा, ये तो शायद आपको पता ही नहीं है, और लगभग सारे आम लोगो को इस बात का पता नहीं है,
की दुनिया में जितने भी लोग आमिर है, उन्होंने नेटवर्क तैयार किया है, बिना नेटवर्क के वो आमिर बन ही नहीं सकते थे.
आमिर बनना और बने रहेना बिना नेटवर्क के नहीं हो सकता.
जागो आम इन्सान जागो.
१ आपको शायद डर लगता है, असफलता से.
लेकिन जरा सोचिये, दुनिया में बड़ी बड़ी सफलताये सिर्फ उन्ही लोगो को मिली जो ज्यादा से ज्यादा बार असफल हुए.
२ आपको शायद डर लगता है, कंपनी बंद हो गई तो?
लेकिन जरा सोचिये, आप आज जहाँ बैठे है, ५०० साल पहेले वहा जंगल था, और ५०० साल के बाद क्या होगा ये कोई नहीं जानता.
इस दुनिया में कोई भी भौतिक चीज शास्वत नहीं है.
इस डर का एक ही इलाज है, विश्वास, और वो ज्वाइन किये बिना नहीं आ सकता.
३ आपको शायद डर लगता है, मेरा बिज़नस नहीं चला तो?
लेकिन जरा सोचिये, आप जैसे नहीं चला तो? सोचते हो, वैसे सोचो अगर, चला तो?
और अगर नहीं भी चला तो, मेरे ख्याल से आपका आर्थिक नुकसान तो कुछ भी नहीं है, रही आपके सपनो की बात, तो वो आपकी खुदकी जिम्मेदारी है. आपके सपने आपका पडोसी कभी पूरा नहीं करेगा.
चौथा डर......चेन?......मेम्बर?......... अरे नहीं ये डर नहीं है, जो आपको ज्वाइन नहीं करने दे रहा, ये तो शायद आपको पता ही नहीं है, और लगभग सारे आम लोगो को इस बात का पता नहीं है,
की दुनिया में जितने भी लोग आमिर है, उन्होंने नेटवर्क तैयार किया है, बिना नेटवर्क के वो आमिर बन ही नहीं सकते थे.
आमिर बनना और बने रहेना बिना नेटवर्क के नहीं हो सकता.
जागो आम इन्सान जागो.
Saturday, September 4, 2010
हम इस दुनिया में एक बार आते है,
आज मेरे एक दोस्त के कंप्यूटर के डेस्कटॉप पर मैंने एक गाड़ी देखी, मैंने पूछा,
ये कौनसी गाड़ी है?
जागुआर, उसने कहा. लेकिन हम इसे सिर्फ देख ही सकते है. एक करोड़ से ज्यादा कीमत है इसकी.
हम लोग न जाने क्यों अपनी एक मर्यादा बना लेते है,
मै ये नहीं कर सकता.
ये हमारी प्रगति के लिए बड़ा ही खतरनाक वाक्य है.
आज मेरे एक दोस्त के कंप्यूटर के डेस्कटॉप पर मैंने एक गाड़ी देखी, मैंने पूछा,
ये कौनसी गाड़ी है?
जागुआर, उसने कहा. लेकिन हम इसे सिर्फ देख ही सकते है. एक करोड़ से ज्यादा कीमत है इसकी.
हम लोग न जाने क्यों अपनी एक मर्यादा बना लेते है,
मै ये नहीं कर सकता.
ये हमारी प्रगति के लिए बड़ा ही खतरनाक वाक्य है.
Friday, September 3, 2010
आज हो सकता है, आपके सामने बहुत सारी परेशानिया हो. आपकी सारी गुन्वत्ताये दबी है सिर्फ इसकी चिंता करने में - कल क्या होगा.
कल क्या होगा इस बात ने सारी बुद्धि को, ख़ारिज कर रखा है,
२०-३० हजार रोयल्टी का मतलब है, की आपको इतना आने लगे की कल क्या होगा इस चिंता से आप मुक्त हो जाये. इसके बाद आपके अन्दर से जो इन्सान बहार आएगा वो धुरंधर होगा. वो दुनिया का बड़े से बड़ा काम कर सकता है. आज आपमें जो इन्सान बसा है वो ये काम नहीं कर सकता. अपने अन्दर के धुरंधर को जागने का मौका दे.
सुनील वाहुले ९९२३०५७३८४
कल क्या होगा इस बात ने सारी बुद्धि को, ख़ारिज कर रखा है,
२०-३० हजार रोयल्टी का मतलब है, की आपको इतना आने लगे की कल क्या होगा इस चिंता से आप मुक्त हो जाये. इसके बाद आपके अन्दर से जो इन्सान बहार आएगा वो धुरंधर होगा. वो दुनिया का बड़े से बड़ा काम कर सकता है. आज आपमें जो इन्सान बसा है वो ये काम नहीं कर सकता. अपने अन्दर के धुरंधर को जागने का मौका दे.
सुनील वाहुले ९९२३०५७३८४
Thursday, September 2, 2010
हथियारों की खोज इंसानियत की भलाई के लिए की गई थी,
लेकिन आज उनका इस्तेमाल इंसानियत को ख़त्म करने के लिए किया जा रहा है.
तो बताइए इसमें हथियारों का क्या दोष ?
नेटवर्क मार्केटिंग की खोज इंसानियत की भलाई के लिए की गई थी,
लेकिन आज नेटवर्क मार्केटिंग के तत्वों को ताक पर रखकर इसका इस्तेमाल, कुछ लोग अपनी लालच के लिए कर रहे है.
तो बताइए इसमें नेटवर्क मार्केटिंग का क्या दोष ?
आम आदमी को खास बनने का एक खास तरीका नेटवर्क.
लेकिन आज उनका इस्तेमाल इंसानियत को ख़त्म करने के लिए किया जा रहा है.
तो बताइए इसमें हथियारों का क्या दोष ?
नेटवर्क मार्केटिंग की खोज इंसानियत की भलाई के लिए की गई थी,
लेकिन आज नेटवर्क मार्केटिंग के तत्वों को ताक पर रखकर इसका इस्तेमाल, कुछ लोग अपनी लालच के लिए कर रहे है.
तो बताइए इसमें नेटवर्क मार्केटिंग का क्या दोष ?
आम आदमी को खास बनने का एक खास तरीका नेटवर्क.
बहोत बार हमें ऐसे लगता है की कोई एक्टिव, ज्यादा पहेचान रखनेवाला व्यक्ति अगर हमारे नेटवर्क में जुड़ जायेगा तो हमारा बिज़नस बहोत बढेगा. लेकिन ऐसा नहीं है.......
सतीश पंडितजी का बिज़नस बड़ी तेजी से बढ़ने का एक प्रमुख कारण है --- उनकी गुडविल.
हमें लगता है की कोई सांसद या इस तरह का कोई व्यक्ति हमारे साथ आ जाये तो बहोत सरे लोग हमारे नेटवर्क में आ जायेंगे.
ऐसा हो सकता है, बशर्ते, उस सांसद की गुडविल मार्केट में हो.
यह बिज़नस गुडविल का बिज़नस है.
एक आम आदमी जिसकी मार्केट में न तो गुडविल है, और नहीं ब्याडविल, बहोत ही तेजी से अपनी गुडविल मार्केट बना सकता है.
लेकिन जिसकी मार्केट में ब्याडविल है, फिर वह कितना भी जाना पहेचाना क्यों न हो लोग उसके साथ नहीं आयेंगे.
इस बिज़नस में, सीधे और सच्चे लोगो के लिए बड़ा सुनहरा भविष्य है.
कपटी, बेईमान लोग, इस बिज़नस में आयेंगे जरुर, लेकिन टिकेंगे नहीं.
सतीश पंडितजी का बिज़नस बड़ी तेजी से बढ़ने का एक प्रमुख कारण है --- उनकी गुडविल.
हमें लगता है की कोई सांसद या इस तरह का कोई व्यक्ति हमारे साथ आ जाये तो बहोत सरे लोग हमारे नेटवर्क में आ जायेंगे.
ऐसा हो सकता है, बशर्ते, उस सांसद की गुडविल मार्केट में हो.
यह बिज़नस गुडविल का बिज़नस है.
एक आम आदमी जिसकी मार्केट में न तो गुडविल है, और नहीं ब्याडविल, बहोत ही तेजी से अपनी गुडविल मार्केट बना सकता है.
लेकिन जिसकी मार्केट में ब्याडविल है, फिर वह कितना भी जाना पहेचाना क्यों न हो लोग उसके साथ नहीं आयेंगे.
इस बिज़नस में, सीधे और सच्चे लोगो के लिए बड़ा सुनहरा भविष्य है.
कपटी, बेईमान लोग, इस बिज़नस में आयेंगे जरुर, लेकिन टिकेंगे नहीं.
आर सी एम एक सफ़र है........
किसी का सफ़र कपड़ो पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र दो लोगो पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र ५ - १० हजार पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र लीडरशिप पर ख़त्म हो जाता है.......
किसी का सफ़र रोयल्टी पर ख़त्म हो जाता है.......
किसी का सफ़र टेकनिकल पर ख़त्म हो जाता है.......
आपका सफ़र कहाँ तक ?...............................................................................
किसी का सफ़र कपड़ो पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र दो लोगो पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र ५ - १० हजार पर ख़त्म हो जाता है..........
किसी का सफ़र लीडरशिप पर ख़त्म हो जाता है.......
किसी का सफ़र रोयल्टी पर ख़त्म हो जाता है.......
किसी का सफ़र टेकनिकल पर ख़त्म हो जाता है.......
आपका सफ़र कहाँ तक ?...............................................................................
Monday, August 30, 2010
दुनिया के सारे लोग या तो लीनियर इन्कम, या तो लिवरेज इन्कम प्राप्त करते है.
लीनियर इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं पैसा नहीं.
लिवरेज इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं तो भी पैसा मिलेगा.
तो आपसे कुछ सवाल -
१. अमिताभ बच्चन किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
२. संतोष नायर किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
३. शाहरुख खान किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
४. राजेंद्र दर्डा किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
५. मछिंद्र चाटे किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
आखरी और बहुत महत्वपूर्ण सवाल -
आप किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
इन सवालो के जवाब अपने आप को दे, और अपनी अगली दिशा निर्धारित करें.
सुनील ९९२३०५७३८४
लीनियर इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं पैसा नहीं.
लिवरेज इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं तो भी पैसा मिलेगा.
तो आपसे कुछ सवाल -
१. अमिताभ बच्चन किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
२. संतोष नायर किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
३. शाहरुख खान किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
४. राजेंद्र दर्डा किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
५. मछिंद्र चाटे किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
आखरी और बहुत महत्वपूर्ण सवाल -
आप किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
इन सवालो के जवाब अपने आप को दे, और अपनी अगली दिशा निर्धारित करें.
सुनील ९९२३०५७३८४
Monday, August 23, 2010
हे इंसान थोडा रुक और सोच......
हर इन्सान पैसे के पीछे पागल की तरह दौड़ रहा है. पैसे कमाने के लिए अपनी पात्रता बढ़ा रहा है, ज्यादा से ज्यादा समय इन्वेस्ट कर रहा है, और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा रहा है.
लेकिन सही मायने में इन्सान को पैसे कमाने की जरुरत नहीं है, समय कमाने की जरुरत है. अब आपके दिल में सवाल पैदा हगा की काम नहीं किया तो समय कमाया जा सकता है.
मै उस २४ घंटे की बात नहीं कर रहा, मै २४ घंटे के बाद का 1 मिनट कमाने की बात कर रहा हूँ.
हाँ दोस्तों हम सब के पास सिर्फ २४ घंटे है, लेकिन दुनिया में जीन जीन लोगो ने २४ घंटे के बाद का १ मिनट कमाया उन्होंने लाखो घंटे कमाए और दुनियामे सिर्फ वोही लोग आमिर है.
इसका मतलब हमें अगर आमिर होना है, तो हमें पैसे नहीं, ज्यादा से ज्यादा टाइम कमाना होगा.
और खाली टाइम नहीं प्रोद्दक्टिव टाइम. जिसमे काम होता हो. और पैसे बनते हो.
तो आइये लोगो में इन्वेस्ट करके हम समय कमाने का काम आज से ही शुरू करते है.
जय आर सी एम् .
हर इन्सान पैसे के पीछे पागल की तरह दौड़ रहा है. पैसे कमाने के लिए अपनी पात्रता बढ़ा रहा है, ज्यादा से ज्यादा समय इन्वेस्ट कर रहा है, और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा रहा है.
लेकिन सही मायने में इन्सान को पैसे कमाने की जरुरत नहीं है, समय कमाने की जरुरत है. अब आपके दिल में सवाल पैदा हगा की काम नहीं किया तो समय कमाया जा सकता है.
मै उस २४ घंटे की बात नहीं कर रहा, मै २४ घंटे के बाद का 1 मिनट कमाने की बात कर रहा हूँ.
हाँ दोस्तों हम सब के पास सिर्फ २४ घंटे है, लेकिन दुनिया में जीन जीन लोगो ने २४ घंटे के बाद का १ मिनट कमाया उन्होंने लाखो घंटे कमाए और दुनियामे सिर्फ वोही लोग आमिर है.
इसका मतलब हमें अगर आमिर होना है, तो हमें पैसे नहीं, ज्यादा से ज्यादा टाइम कमाना होगा.
और खाली टाइम नहीं प्रोद्दक्टिव टाइम. जिसमे काम होता हो. और पैसे बनते हो.
तो आइये लोगो में इन्वेस्ट करके हम समय कमाने का काम आज से ही शुरू करते है.
जय आर सी एम् .
Friday, August 13, 2010
Thursday, August 12, 2010
सही नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी चुनने के लिए ५ पी के सिद्धांत का इस्तेमाल करें.
पहेला पी : प्रोडक्ट : सबसे पहेले ये देखिये की इस क्षेत्र में कम करनेवाली कंपनी के प्रोडक्ट किस तरह के है. जैसे की, क्या वो साल में एक बार युस होते है, या महीने मैं एक बार, या बार बार. क्यों की लगातार बिकने वाले प्रोडक्ट से आपको लगातार अच्छी इनकम मिल सकती है. दूसरी बात यह देखिये की क्या कंपनी प्रोदुक्ट्स को कूद बनाती है या किसी से बनवाती है. क्यों की अगर कोई कंपनी कूद प्रोदुक्ट्स बनाती है तो उसके लिए उसे उतना खर्चा करना पड़ता है. और करोडो रुपयों की लागत लगाकर कोई कंपनी किसी तरह का जोखिम नहीं ले सकती.
पहेला पी : प्रोडक्ट : सबसे पहेले ये देखिये की इस क्षेत्र में कम करनेवाली कंपनी के प्रोडक्ट किस तरह के है. जैसे की, क्या वो साल में एक बार युस होते है, या महीने मैं एक बार, या बार बार. क्यों की लगातार बिकने वाले प्रोडक्ट से आपको लगातार अच्छी इनकम मिल सकती है. दूसरी बात यह देखिये की क्या कंपनी प्रोदुक्ट्स को कूद बनाती है या किसी से बनवाती है. क्यों की अगर कोई कंपनी कूद प्रोदुक्ट्स बनाती है तो उसके लिए उसे उतना खर्चा करना पड़ता है. और करोडो रुपयों की लागत लगाकर कोई कंपनी किसी तरह का जोखिम नहीं ले सकती.
दोस्तों, आज मैं आपके सामने एक ऐसा बिजनेस विकल्प रखने जा रहा हूँ जो शायद आपको पता हो लेकिन उसे सही अंदाज में आपने अब तक नहीं देखा हो. यह विकल्प है नेटवर्क मार्केटिंग का विकल्प. इस इक्कीसवी सदी का सही मायने में कोई बिज़नस है तो वो है नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नस. बस जरुरत है की हमें सही कंपनी का चुनाव करें. सुख सुविधाओ के पीछे भागती दुनिया में आम आदमी के लिए इससे अच्छा विकल्प कोई हो ही नहीं सकता. जहा न पूंजी की जरुरत होती है, और नहीं जगह की. न हीं कुशल कारीगरों का साथ चाहिए होता है, और न ही किसी तरह का कोई आर्थिक रूप का खतरा होता है. बस इसे सही तरीकेसे समझने की जरुरत है. सही नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी चुनने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? कॉल 9923057384
Wednesday, August 11, 2010
हमारा लक्ष तब तक हमें प्राप्त नहीं हो सकता, जब तक हम उस लक्ष को पाने का दिल से प्रयास नहीं करते. हम तय करते है की मुजे बड़ी गाड़ी चाहिए, बड़ा बंगला चाहिए, बहोत सारा पैसा चाहिए जिसे मै जब चाहे जैसा चाहे खर्च कर सकू. यह हमारा लक्ष तभी हो सकता है जब हम इस लक्ष के बगैर अपनी जिन्दगी की कल्पना नहीं कर सकेंगे. अगर आप सोचते है की मिला तो मिला नहीं तो कोई बात नहीं, तो इसे आपका लक्ष नहीं कहा जा सकता. लक्ष तो वो होता है जो न मिलने की कल्पना मात्र से दिल में कपकपी दौड़ जाये. अगर ऐसा होता है तो देखिये वो लक्ष कैसे पूरा होता है.
अब आप कहेंगे ऐसा तो कोई लक्ष मेरे पास नहीं है ? लेकिन अगर मुजे ऐसा कोई लक्ष मेरी जिंदगी में तय करना है तो मै उसे कैसे तय करू ?
कोई भी लक्ष बिना आसिम प्यार और आसिम नफरत के बिना तय नहीं किया जा सकता.
अब आप कहेंगे ऐसा तो कोई लक्ष मेरे पास नहीं है ? लेकिन अगर मुजे ऐसा कोई लक्ष मेरी जिंदगी में तय करना है तो मै उसे कैसे तय करू ?
कोई भी लक्ष बिना आसिम प्यार और आसिम नफरत के बिना तय नहीं किया जा सकता.
Friday, July 23, 2010
Thursday, July 22, 2010
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