दुनिया के सारे लोग या तो लीनियर इन्कम, या तो लिवरेज इन्कम प्राप्त करते है.
लीनियर इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं पैसा नहीं.
लिवरेज इन्कम मतलब - खुदसे काम होगा तो पैसा मिलेगा, खुदसे काम नहीं तो भी पैसा मिलेगा.
तो आपसे कुछ सवाल -
१. अमिताभ बच्चन किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
२. संतोष नायर किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
३. शाहरुख खान किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
४. राजेंद्र दर्डा किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
५. मछिंद्र चाटे किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
आखरी और बहुत महत्वपूर्ण सवाल -
आप किस इन्कम सिस्टम में आते है ?
इन सवालो के जवाब अपने आप को दे, और अपनी अगली दिशा निर्धारित करें.
सुनील ९९२३०५७३८४
Monday, August 30, 2010
Monday, August 23, 2010
हे इंसान थोडा रुक और सोच......
हर इन्सान पैसे के पीछे पागल की तरह दौड़ रहा है. पैसे कमाने के लिए अपनी पात्रता बढ़ा रहा है, ज्यादा से ज्यादा समय इन्वेस्ट कर रहा है, और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा रहा है.
लेकिन सही मायने में इन्सान को पैसे कमाने की जरुरत नहीं है, समय कमाने की जरुरत है. अब आपके दिल में सवाल पैदा हगा की काम नहीं किया तो समय कमाया जा सकता है.
मै उस २४ घंटे की बात नहीं कर रहा, मै २४ घंटे के बाद का 1 मिनट कमाने की बात कर रहा हूँ.
हाँ दोस्तों हम सब के पास सिर्फ २४ घंटे है, लेकिन दुनिया में जीन जीन लोगो ने २४ घंटे के बाद का १ मिनट कमाया उन्होंने लाखो घंटे कमाए और दुनियामे सिर्फ वोही लोग आमिर है.
इसका मतलब हमें अगर आमिर होना है, तो हमें पैसे नहीं, ज्यादा से ज्यादा टाइम कमाना होगा.
और खाली टाइम नहीं प्रोद्दक्टिव टाइम. जिसमे काम होता हो. और पैसे बनते हो.
तो आइये लोगो में इन्वेस्ट करके हम समय कमाने का काम आज से ही शुरू करते है.
जय आर सी एम् .
हर इन्सान पैसे के पीछे पागल की तरह दौड़ रहा है. पैसे कमाने के लिए अपनी पात्रता बढ़ा रहा है, ज्यादा से ज्यादा समय इन्वेस्ट कर रहा है, और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा रहा है.
लेकिन सही मायने में इन्सान को पैसे कमाने की जरुरत नहीं है, समय कमाने की जरुरत है. अब आपके दिल में सवाल पैदा हगा की काम नहीं किया तो समय कमाया जा सकता है.
मै उस २४ घंटे की बात नहीं कर रहा, मै २४ घंटे के बाद का 1 मिनट कमाने की बात कर रहा हूँ.
हाँ दोस्तों हम सब के पास सिर्फ २४ घंटे है, लेकिन दुनिया में जीन जीन लोगो ने २४ घंटे के बाद का १ मिनट कमाया उन्होंने लाखो घंटे कमाए और दुनियामे सिर्फ वोही लोग आमिर है.
इसका मतलब हमें अगर आमिर होना है, तो हमें पैसे नहीं, ज्यादा से ज्यादा टाइम कमाना होगा.
और खाली टाइम नहीं प्रोद्दक्टिव टाइम. जिसमे काम होता हो. और पैसे बनते हो.
तो आइये लोगो में इन्वेस्ट करके हम समय कमाने का काम आज से ही शुरू करते है.
जय आर सी एम् .
Friday, August 13, 2010
Thursday, August 12, 2010
सही नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी चुनने के लिए ५ पी के सिद्धांत का इस्तेमाल करें.
पहेला पी : प्रोडक्ट : सबसे पहेले ये देखिये की इस क्षेत्र में कम करनेवाली कंपनी के प्रोडक्ट किस तरह के है. जैसे की, क्या वो साल में एक बार युस होते है, या महीने मैं एक बार, या बार बार. क्यों की लगातार बिकने वाले प्रोडक्ट से आपको लगातार अच्छी इनकम मिल सकती है. दूसरी बात यह देखिये की क्या कंपनी प्रोदुक्ट्स को कूद बनाती है या किसी से बनवाती है. क्यों की अगर कोई कंपनी कूद प्रोदुक्ट्स बनाती है तो उसके लिए उसे उतना खर्चा करना पड़ता है. और करोडो रुपयों की लागत लगाकर कोई कंपनी किसी तरह का जोखिम नहीं ले सकती.
पहेला पी : प्रोडक्ट : सबसे पहेले ये देखिये की इस क्षेत्र में कम करनेवाली कंपनी के प्रोडक्ट किस तरह के है. जैसे की, क्या वो साल में एक बार युस होते है, या महीने मैं एक बार, या बार बार. क्यों की लगातार बिकने वाले प्रोडक्ट से आपको लगातार अच्छी इनकम मिल सकती है. दूसरी बात यह देखिये की क्या कंपनी प्रोदुक्ट्स को कूद बनाती है या किसी से बनवाती है. क्यों की अगर कोई कंपनी कूद प्रोदुक्ट्स बनाती है तो उसके लिए उसे उतना खर्चा करना पड़ता है. और करोडो रुपयों की लागत लगाकर कोई कंपनी किसी तरह का जोखिम नहीं ले सकती.
दोस्तों, आज मैं आपके सामने एक ऐसा बिजनेस विकल्प रखने जा रहा हूँ जो शायद आपको पता हो लेकिन उसे सही अंदाज में आपने अब तक नहीं देखा हो. यह विकल्प है नेटवर्क मार्केटिंग का विकल्प. इस इक्कीसवी सदी का सही मायने में कोई बिज़नस है तो वो है नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नस. बस जरुरत है की हमें सही कंपनी का चुनाव करें. सुख सुविधाओ के पीछे भागती दुनिया में आम आदमी के लिए इससे अच्छा विकल्प कोई हो ही नहीं सकता. जहा न पूंजी की जरुरत होती है, और नहीं जगह की. न हीं कुशल कारीगरों का साथ चाहिए होता है, और न ही किसी तरह का कोई आर्थिक रूप का खतरा होता है. बस इसे सही तरीकेसे समझने की जरुरत है. सही नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी चुनने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? कॉल 9923057384
Wednesday, August 11, 2010
हमारा लक्ष तब तक हमें प्राप्त नहीं हो सकता, जब तक हम उस लक्ष को पाने का दिल से प्रयास नहीं करते. हम तय करते है की मुजे बड़ी गाड़ी चाहिए, बड़ा बंगला चाहिए, बहोत सारा पैसा चाहिए जिसे मै जब चाहे जैसा चाहे खर्च कर सकू. यह हमारा लक्ष तभी हो सकता है जब हम इस लक्ष के बगैर अपनी जिन्दगी की कल्पना नहीं कर सकेंगे. अगर आप सोचते है की मिला तो मिला नहीं तो कोई बात नहीं, तो इसे आपका लक्ष नहीं कहा जा सकता. लक्ष तो वो होता है जो न मिलने की कल्पना मात्र से दिल में कपकपी दौड़ जाये. अगर ऐसा होता है तो देखिये वो लक्ष कैसे पूरा होता है.
अब आप कहेंगे ऐसा तो कोई लक्ष मेरे पास नहीं है ? लेकिन अगर मुजे ऐसा कोई लक्ष मेरी जिंदगी में तय करना है तो मै उसे कैसे तय करू ?
कोई भी लक्ष बिना आसिम प्यार और आसिम नफरत के बिना तय नहीं किया जा सकता.
अब आप कहेंगे ऐसा तो कोई लक्ष मेरे पास नहीं है ? लेकिन अगर मुजे ऐसा कोई लक्ष मेरी जिंदगी में तय करना है तो मै उसे कैसे तय करू ?
कोई भी लक्ष बिना आसिम प्यार और आसिम नफरत के बिना तय नहीं किया जा सकता.
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